परिचय
जननी सुरक्षा योजना (JSY) 2024 भारत सरकार की एक प्रभावशाली पहल है, जिसका उद्देश्य माताओं और नवजात शिशुओं की मृत्यु दर को कम करना और गरीब गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए प्रोत्साहित करना है। यह योजना राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) के तहत 12 अप्रैल 2005 को शुरू की गई थी। योजना गरीब परिवारों में सुरक्षित मातृत्व को प्रोत्साहित करने के लिए पैसे की मदद देती है।
गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं की सुरक्षा के लिए इसे क्यों शुरू किया गया, इसका उत्तर सरल है: भारत के ग्रामीण और पिछड़े इलाकों में संस्थागत प्रसव की दर कम थी, जिससे मां और बच्चे के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता था। जननी सुरक्षा योजना 2024 का उद्देश्य इन्हीं चुनौतियों का समाधान करना है।
जननी सुरक्षा योजना 2024 का उद्देश्य और लाभ
इस योजना का प्राथमिक उद्देश्य संस्थागत प्रसव को बढ़ावा देना और गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच दिलाना है। योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जाती है, जिसका उपयोग प्रसव पूर्व देखभाल, प्रसव के दौरान की देखभाल, और प्रसवोत्तर देखभाल के लिए किया जा सकता है।
जननी सुरक्षा योजना 2024 योजना का लाभ कैसे उठाएं?
- गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य केंद्र में पंजीकरण कराना होगा।
- पंजीकरण के दौरान आवश्यक दस्तावेज, जैसे आधार कार्ड और बैंक खाता, जमा करना होगा।
- प्रसव के बाद नकद सहायता सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में जमा की जाती है।
- इसके अलावा, आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिला को सभी जरूरी सुविधाएं प्राप्त करने में मदद करती हैं।
जननी सुरक्षा योजना 2024: सभी जानकारी एक जगह
योजना के मुख्य लाभ
- नकद सहायता:
गर्भवती महिलाओं को बच्चे के जन्म के लिए पैसे की मदद दी जाती है। - संस्थागत प्रसव का प्रोत्साहन:
महिलाओं को अस्पताल में प्रसव के लिए प्रोत्साहित किया जाता है, जिससे जटिलताओं को कम किया जा सके। - नवजात शिशु और मां की देखभाल:
प्रसव के बाद, नवजात शिशु के टीकाकरण और देखभाल की व्यवस्था की जाती है। - आशा कार्यकर्ता की मदद:
आशा कार्यकर्ता गर्भवती महिला को पंजीकरण, प्रसव और प्रसवोत्तर देखभाल में सहायता करती हैं।
शर्तें और नियम
- योजना का लाभ केवल गरीब और वंचित तबके की महिलाओं को मिलता है।
- लाभार्थी महिला का स्वास्थ्य केंद्र में पंजीकरण अनिवार्य है।
- केवल सरकारी और पैनलबद्ध स्वास्थ्य केंद्रों में प्रसव करवाने पर योजना का लाभ मिलता है।
- लाभार्थी के पास सभी आवश्यक दस्तावेज होने चाहिए, जैसे बैंक खाता और पहचान पत्र।
आयु सीमा और आर्थिक सहायता
आयु सीमा:
जननी सुरक्षा योजना के तहत लाभ उठाने के लिए गर्भवती महिला की आयु कम से कम 19 वर्ष होनी चाहिए।
कितनी आर्थिक सहायता मिलती है?
योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को निम्न प्रदर्शन करने वाले राज्यों में ₹1,400 और उच्च प्रदर्शन करने वाले राज्यों में ₹700 की आर्थिक सहायता दी जाती है। इसके अलावा, आशा कार्यकर्ता को भी संस्थागत प्रसव सुनिश्चित करने के लिए प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
जननी सुरक्षा योजना 2024 के फायदे और इसके प्रभाव
- महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार:
योजना का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना और सुरक्षित मातृत्व सुनिश्चित करना है। - नवजात मृत्यु दर में कमी:
संस्थागत प्रसव को प्रोत्साहन देने से नवजात शिशुओं की मृत्यु दर में कमी आई है। - आर्थिक सहायता:
गरीब परिवारों की गर्भवती महिलाओं को आर्थिक रूप से राहत मिलती है। - आशा कार्यकर्ताओं की भूमिका:
आशा कार्यकर्ता योजना के सफल क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
निष्कर्ष
जननी सुरक्षा योजना 2024 मातृत्व और शिशु स्वास्थ्य में सुधार के लिए एक प्रभावी कदम है। इसके तहत महिलाओं को न केवल आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है, बल्कि उन्हें स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित भी किया जाता है।
जननी सुरक्षा योजना 2024 के माध्यम से संस्थागत प्रसव की दर में वृद्धि हुई है और नवजात शिशु व माताओं की मृत्यु दर में कमी आई है। यह योजना न केवल एक महिला की जिंदगी को सुरक्षित बनाती है, बल्कि एक स्वस्थ समाज के निर्माण में भी सहायक है।
जननी सुरक्षा योजना 2024 भारत सरकार की वह महत्वपूर्ण पहल है, जो गरीब और वंचित तबके की महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यदि इसे और प्रभावी तरीके से लागू किया जाए, तो यह भविष्य में मातृत्व सुरक्षा के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी कदम साबित होगी।