मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग 2024, मणिपुर सरकार द्वारा शुरू की गई एक प्रमुख सामाजिक कल्याण योजना है। इस योजना का उद्देश्य राज्य में निवास कर रहे दिव्यांग व्यक्तियों को यात्रा में विशेष सुविधा और रियायत प्रदान करना है। मणिपुर के सामाजिक कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस योजना के तहत राज्य के दिव्यांगजन मुफ्त यात्रा और यात्रा रियायत जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं। इस योजना का मुख्य उद्देश्य दिव्यांगजन को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाना है, जिससे वे समाज में अधिक सम्मान और गरिमा के साथ अपना जीवन बिता सकें।
योजना की शुरुआत का उद्देश्य
मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना को मणिपुर सरकार ने दिव्यांगजनों के जीवन को सरल और बेहतर बनाने के उद्देश्य से शुरू किया है। इस योजना के तहत राज्य में रहने वाले सभी दिव्यांग व्यक्तियों को यात्रा सुविधा में रियायत और मुफ्त यात्रा का लाभ मिलता है। इससे दिव्यांगजन को बिना किसी आर्थिक बोझ के अपनी दैनिक आवश्यकताओं के लिए यात्रा करने का अवसर प्राप्त होता है। योजना का उद्देश्य दिव्यांगजनों को समान अवसर प्रदान करना और उनके जीवन को अधिक स्वतंत्र बनाना है।
मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना के लाभ
मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना के तहत दिव्यांग व्यक्तियों को कई लाभ प्रदान किए जाते हैं, जो इस प्रकार हैं:
- निशुल्क यात्रा सुविधा: जिन दिव्यांग व्यक्तियों को मानसिक और बौद्धिक विकलांगता है, वे एक सहायक के साथ मणिपुर राज्य परिवहन सेवाओं में मुफ्त यात्रा कर सकते हैं।
- 50% यात्रा रियायत: मानसिक रोग, दृष्टिहीनता, श्रवण दोष, बहु-विकलांगता, पार्किंसन, थैलेसीमिया और सिकल सेल जैसे विकारों से पीड़ित व्यक्ति राज्य परिवहन में 50% यात्रा रियायत प्राप्त कर सकते हैं।
- पासबुक सुविधा: इस योजना के लाभार्थियों को पासबुक दी जाती है, जो उन्हें योजना के लाभ उठाने में सहायक होती है। पासबुक का उपयोग करते हुए लाभार्थी यात्रा रियायत का लाभ उठा सकते हैं।
पात्रता मानदंड
मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना का लाभ प्राप्त करने के लिए कुछ पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है:
- दिव्यांगता प्रमाणपत्र: आवेदक के पास किसी मान्यता प्राप्त प्राधिकारी द्वारा जारी किया गया दिव्यांगता प्रमाणपत्र होना चाहिए।
- राज्य के निवासी: आवेदक मणिपुर राज्य का स्थायी निवासी होना चाहिए।
- विकलांगता की स्थिति: आवेदक को मानसिक विकार, दृष्टिहीनता, श्रवण दोष, या अन्य संबंधित विकलांगता होनी चाहिए।
आवेदन प्रक्रिया
मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया को सरल और सुलभ बनाया गया है ताकि राज्य के अधिक से अधिक दिव्यांगजन इसका लाभ उठा सकें। इस योजना के लिए आवेदन करने के निम्नलिखित चरण हैं:
- आवेदन पत्र प्राप्त करें: सबसे पहले, योजना का आवेदन पत्र मणिपुर सामाजिक कल्याण विभाग की वेबसाइट (www.socialwelfare.nic.in) से डाउनलोड करें या जिला समाज कल्याण कार्यालय या सीडीपीओ कार्यालय से प्राप्त करें।
- आवेदन पत्र भरें: आवेदन पत्र में मांगी गई सभी जानकारी ध्यानपूर्वक भरें और इसके साथ सभी आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
- फॉर्म जमा करें: भरे हुए आवेदन पत्र को सभी दस्तावेजों के साथ अपने जिला समाज कल्याण अधिकारी के कार्यालय में जमा करें।
आवश्यक दस्तावेज़
मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना में आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होती है:
- दिव्यांगता प्रमाणपत्र: मान्यता प्राप्त प्राधिकारी द्वारा जारी।
- पासपोर्ट आकार की दो तस्वीरें।
- पहचान पत्र: जैसे आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र आदि।
आयु सीमा और वित्तीय लाभ
मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना में कोई विशेष आयु सीमा नहीं है, केवल पात्रता मानदंडों का पालन आवश्यक है। इस योजना के अंतर्गत दिव्यांगजन को यात्रा में रियायत दी जाती है, जो उनके लिए एक महत्वपूर्ण आर्थिक राहत है। योजना के तहत लाभार्थी को मुफ्त यात्रा और यात्रा रियायत की सुविधा प्रदान की जाती है, जिससे वे अपने दैनिक जीवन में अधिक स्वतंत्र महसूस करते हैं।
निष्कर्ष
मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना, मणिपुर राज्य के दिव्यांग नागरिकों के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण और लाभकारी योजना है। यह योजना न केवल उन्हें यात्रा सुविधा में रियायत प्रदान करती है, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर बनने और समाज में समानता के साथ अपना स्थान बनाने का अवसर भी देती है। इस योजना के माध्यम से मणिपुर सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि राज्य के दिव्यांगजन भी समाज का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनें और सम्मान के साथ जीवन व्यतीत करें। मुख्यमंत्रीगी शोताराबासिंगी तेंगबांग योजना का लाभ उठाकर दिव्यांगजन अपने जीवन में स्वतंत्रता और आत्मनिर्भरता का अनुभव कर सकते हैं, जो उनके और उनके परिवार के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।